दलित न्यूज़ /बेगूसराय: रक्तदान को यूं ही महादान नहीं कहा जाता है। जरूरत के समय किसी को

Notification

Iklan

INNER POST ADS 2

 इस वेबसाइट को हमने सिर्फ और सिर्फ Intertainment के उदेश्य से बनाया है जो भी सामिग्री इस वेबसाइट पर अपलोड की जायगी उसको आप एक बार ऑफिसियल वेबसाइट पर जा कर जरुर चेक कर लें धन्यवाद.

दलित न्यूज़ /बेगूसराय: रक्तदान को यूं ही महादान नहीं कहा जाता है। जरूरत के समय किसी को

17 जून, 2023 | जून 17, 2023 Last Updated 2023-09-30T15:21:55Z
    Share on Social Media icon

 
दलित न्यूज़ /बेगूसराय: रक्तदान को यूं ही महादान नहीं कहा जाता है। जरूरत के समय किसी को रक्त देकर उसकी जान बचाना बहुत ही नेकी का काम है। पिछले कई वर्षों से अपने शहर बेगूसराय में रक्तदान जीवनदान की मुहिम चलती आ रही है। जरूरतमंदों को खून की आवश्यकता होने पर और इसके बारे में अन्य लोगों से पता चलने पर रक्तदान जीवनदान के साथी आगे आकर मदद को तत्पर रहते हैं। इसी कड़ी में बरौनी थाना क्षेत्र के पिपरा डीह निवासी गर्भवती महिला लक्ष्मी देवी के संबंध में जब युवाओं को जानकारी मिली तो उनकी तत्परता से उक्त महिला असमय काल के गाल में समाने से बच गई और लोगों ने रक्तदाताओं के प्रति आभार प्रकट किया।  गर्भ में ही मर गया था बच्चा और संकट में थी लक्ष्मी देवी की जान  गर्भवती महिला लक्ष्मी देवी के पेट में ही बच्चे की मौत हो गयी थी और पीड़ित माँ जीवन मरण से जूझ रही थी। मृत बच्चे को आपरेशन के माध्यम से बाहर निकालने में ओ पॉजिटिव ग्रुप के खून की सख्त आवश्यकता महसूस की जा रही थी।ऐसी विकट परिस्थिति में मदद करने हेतु रक्तदान-जीवनदान से जुड़े अमित जायसवाल के द्वारा पहल करने के बाद पहले दिन मुंगेरीगंज निवासी वैभव अग्रवाल तो वहीं दूसरे दिन अमित कुमार उर्फ मोंटी ने पीड़ित महिला हेतु खून देकर उसकी जान बचाने में महती भूमिका निभाई। दोनों रक्तदाता इससे पहले भी खून देकर जान बचाने का काम कई बार कर चुके हैं। दोनों रक्तदाताओं ने कहा कि अगर सामने वाले को वास्तविक में जरूरत हो और ऐसे में अगर खून की उपलब्धता नहीं हो पा रही हो तो ऐसे में समाज के लोगों को आगे आकर इनकी मदद करनी चाहिए।    पत्रकार हरेराम दास और सामाजिक कार्यकर्ता अमित जायसवाल की पहल ने लाया रंग  इसी कड़ी में जिला विधिक सेवा प्राधिकार बेगूसराय के डीएलएसए कर्मी उदय कुमार के द्वारा सूचना मिलने पर पत्रकार सह पीएलवी हरेराम दास के द्वारा सामाजिक कार्यकर्ता अमित जायसवाल ने अपने साथियों वैभव अग्रवाल और अमित कुमार उर्फ मोंटू के सहयोग से दो यूनिट ब्लड लेकर गर्भवती महिला की जान बचा ली। गौरतलब हो कि अपने शहर बेगूसराय में विभिन्न सामाजिक संस्थाओं के द्वारा रक्तदान के प्रति जो मुहिम चलाई जा रही है, उसके सकारात्मक और सुखद परिणाम अब दिखने लगे हैं।   रक्तदाताओं के जज्बे को सलाम करते हुए लोगों ने किया आभार प्रकट  रक्तदान जीवनदान के सूत्रधार नितेश रंजन ने बताया खून देने से न कोई कमजोरी होती है और न ही किसी भी तरह की दिक्कत का सामना करना पड़ता है। ऊपर से खून देने वाले का स्वास्थ्य और अच्छा हो जाता है। श्री रंजन ने दोनों युवा रक्तदाता साथियों के जज्बे को सलाम करते हुए कहा कि आगे भी जरूरत पड़ने पर ऐसे ही सहयोग किया जाएगा। ऐसे नेक कार्य करने पर दोनों युवाओं के इस हौसले की रसोई टीम के खाद्य मंत्री पंकज कुमार, अभिषेक कुमार, अमित जायसवाल, अंकित शर्मा, रौनक अग्रवाल, गौरव मित्तल, शैलेन्द्र, डॉ. राजेश रौशन समेत अन्य ने तारीफ और सराहना की।